मुंबई: घाटकोपर स्थित पेट्रोल पंप पर हुए दर्दनाक हादसे की जैसे जैसे जांच आगे बढ़ रही है, नए नए तथ्य सामने आ रहें है। पंतनगर पुलिस ने जिस एगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के मालिक भावेश प्रभुदास भिंडे (Bhavesh Prabhudas Bhinde) जो की मुख्य आरोपी है,के खिलाफ गैर इरादतन हत्या आदि का मामला दर्ज किया है। हालांकि उसके खिलाफ इस साल की शुरुआत में मुलुंड पुलिस ने बलात्कार का मामला दर्ज किया है। इतना ही नहीं भावेश भिंडे पर अवैध होर्डिंग्स के लिए मुंबई नगर निगम (एमएमसी) अधिनियम के तहत 21 बार जुर्माना लगाया गया है। भिंडे अभी पुलिस की पकड़ से दूर है। इसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की पांच स्पेशल तीन गठित की गई है और यह टीम जगह जगह दबिश दे रही है। इस हादसे में अभी तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 60 लोगों का इलाज राजवाड़ी हॉस्पिटल में चल रहा है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि, भावेश भिंडे के खिलाफ इस साल 24 जनवरी को मुलुंड पुलिस स्टेशन में बलात्कार और छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया गया ह। अंततः उन्हें बॉम्बे हाई कोर्ट द्वारा अग्रिम जमानत दे दी गई है और मामले में पहले ही आरोप पत्र दायर किया जा चुका है। अदालती दस्तावेज से मिली जानकारी के अनुसार, भिंडे ने, 2009 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में मुलुंड से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था। उस समय उसने 21 मामलों की घोषणा की थी। जहां उन पर बिना अनुमति के बैनर लगाने और परक्राम्य लिखत (एनआई) से संबंधित दो अपराधों के लिए मुंबई नगर निगम (एमएमसी) अधिनियम के तहत जुर्माना लगाया गया था। वह अधिनियम जो आमतौर पर चेक बाउंस होने से संबंधित होता है।
इसी तरह बीएमसी ने इस हादसे से पलड़ा झाड़ते हुए बीएमसी के प्रमुख भूषण गगरानी ने कहा है कि घाटकोपर होर्डिंग अवैध था, क्योंकि मनपा ने इसे लगाने की अनुमति नहीं दी थी। जिस स्थान पर घटना घटी वह जगह रेलवे के अंतर्गत आती है। रेलवे की जमीन पर चार होर्डिंग लगे थे और उनमें से एक गिर गया है। पुलिस के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, होर्डिंग लगाने की अनुमति 2021 में दी गई थी, उस समय रेलवे पुलिस कमिश्नर कैंसर खालिद थे। सूत्र बताते है कि, कैंसर खालिद का तबादला होने के बाद भी कई लिखित शिकायत रेलवे पुलिस से की गई लेकिन उस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया था। लोगों का कहना है कि अनुमति रेलवे की तरफ से गई गई थी, लेकिन दर्जनों लिखित शिकायत मिलने के बाद बीएमसी ने क्या कार्रवाई की है, जबकि डेमोलेशन करने का इख्तियार मनपा को ही है।