मुंबई:
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को कहा कि भाजपा मौजूदा लोकसभा चुनाव में लोगों को अपनी बात बताने में विफल रही है। उन्होंने टीवी9 मराठी को दिए एक साक्षात्कार में कहा, बेरोजगारी और महंगाई हर किसी को प्रभावित करती है और लोग पिछले दस वर्षों के भाजपा शासन से नाराज हैं।
उन्होंने कहा, “भाजपा इस चुनाव में लोगों तक कोई बात पहुंचाने में सफल नहीं रही है। पिछले दस वर्षों का उसका दिखावा देश के सामने है।”
भाजपा से नाता तोड़ने के बाद मुसलमानों का रुझान शिव सेना (यूबीटी) की ओर बढ़ने के सवाल पर श्री ठाकरे ने कहा, “हमने अपनी हिंदुत्व विचारधारा को नहीं छोड़ा है और भविष्य में भी ऐसा नहीं करेंगे। हमारा हिंदुत्व वह है जो मदद करता है।” घर में चूल्हा जलाओ, भाजपा का हिंदुत्व घर जला देने वाला हिंदुत्व है।”
भाजपा कांग्रेस के साथ हाथ मिलाकर अपनी पार्टी की मूल हिंदुत्व विचारधारा को “छोड़ने” के लिए श्री ठाकरे पर निशाना साधती रही है।
श्री ठाकरे ने कहा कि कोरोनोवायरस महामारी से निपटने का “धारावी मॉडल” तब लोकप्रिय हुआ जब वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे और उन्होंने उस अवधि के दौरान किसी भी समुदाय के साथ भेदभाव नहीं किया।
उन्होंने कहा कि विपक्ष के ”वोट-जिहाद” को बढ़ावा देने के भाजपा के दावे का कोई असर नहीं होगा।
श्री ठाकरे ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न तो शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे के हिंदुत्व को समझ पाए हैं और न ही उनके आदर्शों को।
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