घाटकोपर होर्डिंग गिरने की घटना. मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच द्वारा उदयपुर से गिरफ्तार किए गए मालिक भावेश भिंडे को मुंबई लाया गया है.
नई दिल्ली/मुंबई: जहां के तरफ मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने घाटकोपर में विशाल होर्डिंग लगाने वाली कंपनी के निदेशक भावेश भिंडे (Bhavesh Bhide) को बीते गुरूवार को उदयपुर से गिरफ्तार कर लिया। वहीँ आज यानी शनिवार को मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच द्वारा उदयपुर से गिरफ्तार किए गए मालिक भावेश भिंडे को वापस मुंबई लाया गया है।
गौरतलब है कि, घाटकोपर में होर्डिंग के गिरने से 16 लोगों की मौत हो गयी थी। वहींमुंबई पुलिस की अपराध शाखा टीम ने मुंबई के घाटकोपर इलाके में होर्डिंग लगाने के लिए जिम्मेदार विज्ञापन एजेंसी ईगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक भिंडे को गिरफ्तार किया। बता दें कि, मुंबई में सोमवार को धूल भरी तेज आंधी में होर्डिंग गिरने से कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई और 75 घायल हुए थे।
#WATCH | Ghatkopar hoarding collapse incident | Owner Bhavesh Bhinde arrested by the Mumbai Police Crime Branch from Udaipur has been brought to Mumbai. pic.twitter.com/MWo7UDtVFW
— ANI (@ANI) May 17, 2024
गौरतलब है कि, पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि पेट्रोल पंप के पास लगी होर्डिंग पूरी तरह से अवैध थी। बीएमसी ने 40 गुणे 40 फीट की होर्डिंग लगाने की ही अनुमति दी थी, लेकिन इस घटनाग्रस्त होर्डिंग का आकार 120 गुणे 120 फीट का था। इस होर्डिंग को भावेश भिड़े की विज्ञापन कंपनी EGO मीडिया ने लगाया था, जो कि अब पुलिस की गिरफ्त में है।
जानकारी दें कि, भावेश भिड़े ने 2009 में मुलुंड निर्वाचन क्षेत्र से बतौर निर्दलीय उम्मीदवार विधानसभा का चुनाव भी लड़ चूका था। भावेश ने चुनाव आयोग को दिए अपने हलफनामे में बताया था कि उसके खिलाफ 23 पुलिस मामले दर्ज हैं, जिनमें मुंबई नगर निगम अधिनियम का उल्लंघन, चेक बाउंस सहित अन्य मामले शामिल थे। जानकारी के मुताबिक, भावेश रेप केस में फ़िलहाल जमानत पर बाहर है। उस पर अवैध होर्डिंग के लिए अब तक 21 बार जुर्माना लगाया जा चुका है।
इतना ही नहीं भावेश भिंडे को बीते कई सालों से से होर्डिंग्स और बैनर लगाने के लिए इंडियन रेलवे और BMC से अनेकों ठेके मिले थे। भिड़े ने कई बार दोनों निकायों के कामों में नियमों का जबरदस्त उल्लंघन किया है। उसे और उसकी कंपनी के अन्य लोगों को पेड़ काटने के कई मामलों में भी आरोपी बनाया गया था, लेकिन फिर भी नियमों की अनदेखी कर मुंबई में बाकायदा बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए जाते रहे।