नवभारत न्यूज नेटवर्क
नाशिक/मुंबई: लोकसभा चुनाव 2024 के महासमर के दौरान राकां (अजित पवार गुट) के सांसद व अध्यक्ष सुनील तटकरे (Sunil Tatkare) को लेकर आई एक खबर के कारण महाराष्ट्र की राजनीति गरमा गई है। ऐसा कहा जा रहा है कि महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के मतदान से पहले तटकरे, राकां (शरद पवार गुट) के नेता शरद पवार (Sharad Pawar) से मिलने उस होटल में पहुंच गए, जहां शरद पवार ठहरे थे। तटकरे को लेकर यह सियासी सस्पेंस राकां (शरद पवार गुट) के पूर्व मंत्री अनिल देशमुख के एक बयान के बाद फैला है।
नासिक में मीडिया से बात करते हुए अनिल देशमुख ने कहा कि सुनील तटकरे उस होटल में आए थे जहां शरद पवार ठहरे हुए थे। हालांकि उनसे हमारी मुलाकात नहीं हुई। लेकिन हमारे कुछ कार्यकर्ता उनसे मिले थे और उनके बीच चर्चा हुई थी। ऐसा खुलासा करने के दौरान देशमुख ने ये भी कहा कि कोई कितना भी प्रयास कर ले लेकिन दगाबाजी करनेवालों को अब वापस नहीं लेंगे, ऐसी शरद पवार की नीति है।
तटकरे ने दिया जवाब
अनिल देशमुख के सनसनीखेज बयान के बाद सुनील तटकरे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि पूरी चुनावी प्रक्रिया के दौरान राकां (शरद पवार गुट) की तुरही की आवाज कहीं सुनाई नहीं दी। इस वजह से हार प्रत्यक्ष नजर आने से निराश होकर शरद पवार गुट के नेता देशमुख जानबूझकर भ्रमित करनेवाला बयान दे रहे हैं।
महाजन ने किया बचाव
मंत्री गिरीश महाजन ने कहा, सुनील तटकरे एनसीपी (अजित गुट) के प्रदेश अध्यक्ष हैं। वे पिछले दो दिनों से नासिक में हैं। वे सभी विधायकों से मिल रहे हैं और चुनाव को लेकर बैठकें कर रहे हैं। ऐसे में मध्यस्थता का विषय कहां से आया? अनिल देशमुख से कहें कि वो शरद पवार के साथ ही रहें। उन्हें तटकरे की चिंता नहीं करनी चाहिए।
भुजबल नाराज
दूसरी तरफ बीजेपी नीत महायुति में राकां (अजित गुट) नाराज है, ऐसा दावा राकां (शरद पवार) गुट ने किया है। घाटकोपर में पीएम मोदी के रोड शो से उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कन्नी काट ली थी। तो वहीं अजित गुट अध्यक्ष सुनील तटकरे और मंत्री छगन भुजबल भी नाराज हैं, ऐसा दावा राकां शरद पवार के नेता जयंत पाटिल ने किया है। इस चर्चा के बाद बीजेपी के मंत्री गिरीश महाजन, छगन भुजबल से मिलने पहुंच गए। भुजबल से मुलाकात के बाद महाजन ने नाराजगी की बात को कोरी अफवाह बता दिया।