मुंबई. देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) में इन दिनों गर्मी अपने चरम पर है। चुनाव (Election) के गहमागहमी के बीच सब्जियों के दाम में आए उछाल (Vegetable price hike) से आम लोगों के किचन का बजट गड़बड़ाने लगा है, जिसकी ओर फिलहाल बहुत कम लोगों का ध्यान जा रहा है। भीषण गर्मी के दौरान कृषि विशेषज्ञों ने कहा है कि बीते एक सप्ताह से टमाटर और हरी मिर्च की बढ़ रही कीमत में और उछाल आएगा। इसके साथ ही अन्य सब्जियों के भी दाम बढ़ने की संभावना दिख रही है। उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह से टमाटर और हरी मिर्च की कीमत में बढ़ोतरी हो रही है। शनिवार को टमाटर 30 रुपए और हरी मिर्च 60 रुपए प्रति किलो बिक रही थी। अप्रैल और मई में गर्मी के कारण उपलब्ध कम पानी की वजह से खेतों में उगाई गई सब्जियों में फल आना कम हो गया है। दहिसर सब्जी बाजार के खुदरा विक्रेताओं ने कहा कि जो टमाटर पिछले सप्ताह 20 रुपए प्रति किलोग्राम पर बेचा जा रहा था, वह अब आवक में गिरावट के कारण 30 रुपए में बेचा जा रहा है। सिर्फ बड़े शहरों में ही नहीं, बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी मिर्च और टमाटर के दाम बढ़ रहे हैं।
टमाटर पर गर्मी का पड़ा असर
पानी की कमी के कारण कुछ किसानों ने मिर्च के साथ-साथ टमाटर के खेतों को उखाड़कर जमीन जोत दी। परिणामस्वरूप, बाजार में आवक कम हो गई है और कीमतें बढ़ रही हैं। कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक अप्रैल और मई में गर्मी के कारण टमाटर की खेती पर असर पड़ा है। सब्जी मंडी में सिर्फ मिर्च, टमाटर ही नहीं, बल्कि अन्य सब्जियों के दाम भी बढ़ रहे हैं। अगले कुछ दिनों तक टमाटर और अन्य सब्जियां महंगी रहने की संभावना अधिक है।
किसानों को आय से अधिक नुकसान
कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक नकुल हारवाडीकर ने कहा कि इस साल अप्रैल में कई बार लू की लहरें आईं। इसके परिणामस्वरूप फसलों पर असर पड़ा और फसलों में लगे फूल झड़ गए। दूसरी तरफ खेती में किसानों का आय से खर्च अधिक हो रहा था, ऐसे में उन्हें खेती छोड़नी पड़ी। इसलिए सब्जियां कम पैदा हो रही हैं।
15-20 दिनों में आएगी गिरावट
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि कुछ महीने पहले मिर्च के दाम कम थे, जबकि टमाटर 15 से 20 रुपए प्रति किलो बिक रहा था। सब्जी व्यवसायी आगे बताते हैं कि यह भाव 15 से 20 दिन और रहेगा, उसके बाद खुद ब खुद सब्जियों के दामों में गिरावट आ जाएगी। अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में सब्जी मंडी में सब्जियों की आवक बढ़ जाएगी, जिसके बाद जिन सब्जियों के दामों में उछाल आया है, वह नियंत्रण में आ जाएंगे और लोगों को एकाएक बढ़ी महंगाई से राहत मिलेगी।