लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में मुंबई के बोरिवारी में राधे मां के नाम से मशहूर सुखविंदर कौर को पोलिंग बूथ पर चुनाव कर्मचारियों द्वारा वीआईपी ट्रीटमेंट दिया गया। मतदाताओं और चुनाव कर्मचारियों के बीच विवाद हो गया।
मुंबई. लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में भिवंडी और ठाणे समेत महाराष्ट्र की 13 सीट पर सोमवार (20 मई) को 54.33 प्रतिशत मतदान हुआ। इसी दौरान बोरिवारी में राधे मां के नाम से मशहूर सुखविंदर कौर को पोलिंग बूथ पर चुनाव कर्मचारियों द्वारा वीआईपी ट्रीटमेंट दिया गया। जिसके चलते मतदाताओं और चुनाव कर्मचारियों के बीच विवाद हो गया।
मतदान केंद्र पर मतदाताओं ने आरोप लगाया कि वे मतदान करने के लिए अपनी बारी का इंतजार रहे थे इसी बीच उन चुनाव कर्मचारियों ने उन्हें रुकाया और राधे मां को पहले मतदान करने के लिए अनुमति दी। जिसके चलते मतदाताओं और चुनाव कर्मचारियों के बीच विवाद हुआ।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राधे मां सोमवार को दोपहर करीब एक बजे अपने अनुयायियों के साथ एक कार में पहुंचीं और उनके पीछे फोटोग्राफर और मीडियाकर्मी भी थे। एक हाथ में छोटा त्रिशूल और दूसरे हाथ में अपना पर्स लेकर वह मतदान केंद्र में दाखिल हुईं और सीधे वोट डालने चली गईं, जिससे अन्य मतदाताओं के बीच विवाद हो गया।
वोट डालने के बाद राधे मां ने कहा, “मैंने प्रगति के लिए, ऐसे नेता के लिए वोट किया है जो देश को आगे बढ़ाएगा। मैंने अपने पसंदीदा नेता को वोट दिया है। इस चुनाव में बहुत विवाद हुआ, इसलिए मैंने सोचा कि मैं उस नेता को वोट दूंगा जो इस देश को आगे ले जाएगा।”
Mumbai: After casting her vote, Radhe Maa says, “I have voted for progress, for a leader who will move the country forward. I have voted for my preferred leader…” pic.twitter.com/ISpCUY8IBU
— IANS (@ians_india) May 20, 2024
गौरतलब है कि मुंबई निवासियों को उमस भरे मौसम की स्थिति के बीच मतदान में देरी, धीमी गति और लंबी कतारों का सामना करना पड़ा, जिस पर शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस ने चिंता जताई है। कुछ स्थानों पर सुबह-सुबह मतदान केंद्रों पर पहुंचे लोग लंबे समय तक लाइन में इंतजार करने के बाद वोट डाले बिना ही वापस चले गए।
मुंबई उत्तर-पश्चिमी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत गोरेगांव निवासी एक व्यक्ति ने दावा किया कि उसे अपना वोट डालने के लिए 45 मिनट तक इंतजार करना पड़ा। वहीं, गोरेगांव पूर्वी के बिंबिसर नगर निवासी एक वरिष्ठ मतदाता ने कहा कि वे दोपहर के समय अपना वोट डालने पहुंचे थे, लेकिन इसमें डेढ़ घंटे का समय लगा। 2019 के मुकाबले इस बार वोट डालने में अधिक समय लगा।