नई दिल्ली:
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को नए चंद्र मिशन “चंद्रयान-4” को मंजूरी दे दी, जिसका उद्देश्य भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर उतारने तथा उन्हें सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाने के लिए आवश्यक प्रौद्योगिकियों का विकास एवं प्रदर्शन करना है।
एक बयान में कहा गया कि चंद्रयान-4 मिशन भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर उतारने (वर्ष 2040 तक नियोजित) और सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाने के लिए आधारभूत प्रौद्योगिकियों को हासिल करेगा।
इसमें कहा गया है, “डॉकिंग/अनडॉकिंग, लैंडिंग, पृथ्वी पर सुरक्षित वापसी तथा चंद्र नमूना संग्रह और विश्लेषण के लिए आवश्यक प्रमुख प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन किया जाएगा।”
बयान में कहा गया है कि प्रौद्योगिकी प्रदर्शन मिशन “चंद्रयान-4” के लिए कुल 2,104.06 करोड़ रुपये की धनराशि की आवश्यकता है।
इसरो अंतरिक्ष यान के विकास और प्रक्षेपण के लिए जिम्मेदार होगा। उद्योग और शिक्षा जगत की भागीदारी से इस मिशन को मंजूरी मिलने के 36 महीने के भीतर पूरा कर लिया जाएगा।
सभी महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों को स्वदेशी रूप से विकसित किए जाने की परिकल्पना की गई है।
(शीर्षक को छोड़कर, इस कहानी को एनडीटीवी स्टाफ द्वारा संपादित नहीं किया गया है और एक सिंडिकेटेड फीड से प्रकाशित किया गया है।)