
सोनीपत/दिल्ली:
दिल्ली पुलिस को मंगलवार तड़के एक बड़ी सफलता मिली जब कुख्यात अपराधी रोमिल वोहरा को दिल्ली-हरियाणा सीमा पर एक एनकाउंटर में मार गिराया गया। इस मुठभेड़ को स्पेशल सेल ने अंजाम दिया। एनकाउंटर के दौरान दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गए हैं।
कैसे हुआ एनकाउंटर?
पुलिस सूत्रों के अनुसार, हरियाणा पुलिस के विशेष कार्यबल को वोहरा की सीमा क्षेत्र में मौजूदगी की गुप्त सूचना मिली थी। दिल्ली स्पेशल सेल ने इलाके की घेराबंदी कर दी। इस दौरान जब पुलिस ने उसे घेरने की कोशिश की, तो वोहरा ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में वह गंभीर रूप से घायल हो गया और अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया।
कौन था रोमिल वोहरा?
रोमिल वोहरा, 22 वर्षीय शूटर, हरियाणा के यमुनानगर के अशोक नगर कॉलोनी का निवासी था।
वह कुख्यात काला राणा-नोनी राणा गिरोह का सक्रिय सदस्य था।
दिल्ली, हरियाणा और आसपास के राज्यों में उसकी आपराधिक गतिविधियाँ फैली हुई थीं।
उस पर हत्या, लूट, जबरन वसूली जैसे कई गंभीर आरोप थे।
शांतनु नामक शराब व्यापारी की हत्या का वह मुख्य आरोपी था।
पुलिस के अनुसार, पिछले आठ महीनों में उसने चार हत्याएँ की थीं।
वर्ष 2024 के यमुनानगर ट्रिपल मर्डर केस—जिसमें भाजपा नेता नरेंद्र राणा के चचेरे भाई वीरेंद्र राणा, ठेकेदार अर्जुन राणा और पंकज मलिक की हत्या शामिल थी—में भी वह मुख्य आरोपी था।
उसके सिर पर ₹2 लाख का इनाम घोषित था।
पुलिस की प्रतिक्रिया
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा:
> “रोमिल वोहरा एक खतरनाक अपराधी था जो समाज में डर का माहौल बना रहा था। उसकी मौत से अपराध की दुनिया को एक बड़ा झटका लगा है।”
स्थिति अब नियंत्रण में
घटनास्थल से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद हुए हैं। फिलहाल पुलिस पूरे घटनाक्रम की जांच कर रही है और गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है।