
ऐतिहासिक बाणगंगा तालाब से 10 मीट्रिक टन कचरा हटाया

बीएमसी ने तीन दिन चलाया विशेष स्वच्छता अभियान, छह पंपों से पानी भी किया गया शुद्ध
वाळकेश्वर परिसर स्थित ऐतिहासिक बाणगंगा तालाब की सफाई के लिए बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने तीन दिवसीय विशेष मोहीम चलाई। इस दौरान तालाब से 10 मीट्रिक टन कचरे का संकलन किया गया। साथ ही मछलियों को पर्याप्त ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के लिए छह पंपों के जरिए पानी का शुद्धिकरण (एरेशन) किया गया।
बीएमसी आयुक्त तथा प्रशासक भूषण गगराणी और अतिरिक्त आयुक्त (शहर) डॉ. अश्विनी जोशी के निर्देशानुसार यह सफाई अभियान चलाया गया। उप आयुक्त (परिमंडल-1) चंदा जाधव की देखरेख में बीएमसी अधिकारियों और सफाई कर्मियों ने लगातार तीन दिन मेहनत कर तालाब की सफाई की।
पितृपक्ष के दौरान बड़ी संख्या में नागरिक बाणगंगा तालाब में पिंडदान के लिए आते हैं। बीएमसी की ओर से अपील की गई थी कि श्रद्धालु निर्माल्य और पूजा सामग्री सीधे तालाब में न डालें। इसके लिए तालाब परिसर में कृत्रिम तालाब, निर्माल्य कलश और कचरा पेटियां भी लगाई गई थीं। बावजूद इसके, 21 सितंबर (सर्वपितृ अमावस्या) को भारी भीड़ के कारण काफी मात्रा में कचरा तालाब में जमा हो गया।
बीएमसी के डी विभाग और घनकचरा प्रबंधन विभाग ने तात्काळ सफाई शुरू की।
21 सितंबर को 6 मीट्रिक टन, 22 सितंबर को 2 मीट्रिक टन, और 23 सितंबर को 2 मीट्रिक टन कचरे का संकलन किया गया।
नागरिकों की सुविधा के लिए तालाब परिसर में मोबाइल टॉयलेट्स की भी व्यवस्था की गई थी।बीएमसी ने नागरिकों से अपील की है कि वे तालाब की ऐतिहासिक महत्ता और पवित्रता को ध्यान में रखते हुए उसमें कचरा या निर्माल्य न डालें तथा कृत्रिम तालाब और कलश का ही उपयोग करें।




