
छह महीने पहले अपहृत की गई 4 वर्षीय बच्ची का सुराग आखिरकार मिल गया है।
माता रमाबाई आंबेडकर मार्ग पुलिस स्टेशन में दिनांक 20/05/2025 को गु.र.क. क्रमांक 134/2025, धारा 137(2) BNS के तहत मामला दर्ज किया गया था। शिकायत के अनुसार, सोलापुर निवासी एक 4 वर्षीय बच्ची अपने माता-पिता के साथ मुंबई CSMT परिसर में आई थी, तभी एक अज्ञात व्यक्ति ने उसका अपहरण कर लिया।
जांच के दौरान यह प्राथमिक जानकारी सामने आई कि आरोपी बच्ची को लोकमान्य तिलक टर्मिनस (LTT) से बनारस जाने वाली ट्रेन में लेकर गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए, माननीय पुलिस उपायुक्त परिमंडल 1 श्री प्रविण मंढे के मार्गदर्शन में विशेष रूप से चार अलग-अलग टीमें गठित की गईं। इन टीमों को विभिन्न स्टेशन के CCTV फुटेज, यात्रा मार्ग, तथा संभावित स्थानों की जांच की जिम्मेदारी दी गई थी।टीमों ने मुंबई से बनारस तक उस ट्रेन के हर स्टेशन पर रुक-रुक कर उसका फुटेज चेक किया। इसके अलावा वाराणसी जाकर पुलिस टीमों ने स्थानीय संस्थाओं, ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट, वाराणसी पुलिस, GRP और कई सामाजिक संगठनों की मदद से लगातार 10–12 दिनों तक बच्ची की तलाश जारी रखी। हालांकि आरंभिक प्रयासों में कोई महत्वपूर्ण सुराग नहीं मिला।
मामले को गंभीरता से देखते हुए, माननीय अपर पुलिस आयुक्त दक्षिण प्रादेशिक विभाग श्री अभिनव देशमुख और पुलिस उपायुक्त परिमंडल 1 के निर्देशानुसार, दिनांक 09/11/2025 को एक विशेष टीम तैयार की गई। इसमें माता रमाबाई आंबेडकर मार्ग पुलिस स्टेशन के गुन्हे प्रकटीकरण पथक के पुलिस उपनिरीक्षक सूरज देवरे, तथा आज़ाद मैदान पुलिस स्टेशन के पुलिस उपनिरीक्षक रामप्रसाद चंदवाडे शामिल थे।वाराणसी पहुंचने पर इस विशेष टीम ने मामले की जानकारी स्थानीय पत्रकारों और मीडिया कर्मियों के साथ साझा की। इसी दौरान एक स्थानीय पत्रकार ने पुलिस उपनिरीक्षक देवरे को सूचना दी कि काशी अनाथ आश्रम, वाराणसी में जून 2025 से एक 4 वर्षीय मराठी भाषी बच्ची रह रही है।
सूचना मिलते ही पुलिस टीम तुरंत काशी अनाथालय पहुंची और सभी दस्तावेजों व जानकारी की पुष्टि की। जिसके बाद दिनांक 12/11/2025 को कानूनी प्रक्रिया पूरी करते हुए बच्ची को पुलिस की हिरासत में लिया गया। पुलिस अब आरोपी की तलाश तेज कर चुकी है और मामले की आगे की जांच जारी है।



