मुंबई: लोकल ट्रेनों में लगने वाले फर्जी विज्ञापनों का भंडाफोड़,
60 हजार से ज्यादा अवैध पोस्टर जब्त।

मुंबई: लोकल ट्रेनों में लगने वाले फर्जी विज्ञापनों का भंडाफोड़, पांच ठग गिरफ्तार, 60 हजार से ज्यादा अवैध पोस्टर जब्त। *******************
मुंबई की लाइफलाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेनों में जगह-जगह चिपके “बंगाली बाबा”, “एक फोन में हर समस्या का समाधान”, “केवल 5-50 हजार में पक्का मकान” जैसे लुभावने पर भ्रामक विज्ञापन अब आम यात्री के लिए परेशानी का सबब बन चुके थे। रेलवे पुलिस की विशेष टीम ने ऐसे ठगों के एक बड़े सिंडिकेट का पर्दाफाश करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 60 हजार से अधिक अवैध पोस्टर बरामद किए गए हैं, जिन्हें पश्चिम रेलवे की लोकल ट्रेनों और स्टेशनों पर चिपकाने की तैयारी थी।
**नायगांव लोकल में पकड़े गए पांच आरोपी** मुंबई सेंट्रल के वरिष्ठ सुरक्षा आयुक्त के निर्देश पर गठित विशेष टीम ने सोमवार दोपहर करीब 3:50 बजे नायगांव स्टेशन से गुजर रही लोकल ट्रेन में छापेमारी की। ट्रेन के अंदर अवैध रूप से पोस्टर चिपकाते पकड़े गए पांच लोगों की पहचान इस प्रकार है –
– अभिषेक पांडेय
– धर्मराज पांडेय
– ऋतिक कलवार
– अमित प्रजापति
– रितेश जिम्बल
सभी आरोपी नालासोपारा और बोईसर इलाके के रहने वाले हैं। रितेश जिम्बल नालासोपारा में सब्जी की दुकान चलाता है और यही दुकान अवैध पोस्टर छिपाने का अड्डा थी। चार आरोपी ट्रेनों में पोस्टर चिपकाने का काम करते थे, जबकि अमित प्रजापति पहले से चिपके पोस्टरों की जांच करता था कि वे सही जगह पर लगे हैं या नहीं। **बाबाओं और दलालों की तलाश तेज** आरपीएफ के अधिकारियों के मुताबिक ये आरोपी किसी बड़े गिरोह के लिए काम करते थे, जो बंगाली बाबाओं, झोला छाप डॉक्टरों और फर्जी हाउसिंग दलालों के लिए यह अवैध विज्ञापन अभियान चलाता है। पुलिस अब इन पोस्टरों को प्रिंट कराने और लगवाने वाले सरगनाओं तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। कल ट्रेनों में रोजाना लाखों यात्री सफर करते हैं और ऐसे भ्रामक पोस्टर देखकर कई भोले-भाले लोग ठगी का शिकार हो जाते थे। इस कार्रवाई के बाद यात्रियों ने रेलवे पुलिस की तारीफ की है और उम्मीद जताई है कि जल्द ही ट्रेनें इन फर्जी विज्ञापनों से पूरी तरह मुक्त हो जाएंगी। रेलवे पुलिस ने यात्रियों से अपील की है कि ऐसे किसी भी लुभावने विज्ञापन पर विश्वास करने से पहले सतर्क रहें और ठगी की शिकायत तुरंत नजदीकी जीआरपी या आरपीएफ थाने में करें।




