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हिंदी बनाम मराठी भाषा विवाद: अब नवी मुंबई के वाशी में छात्र पर हमला, व्हाट्सएप ग्रुप में मराठी में बात न करने पर पिटाई
मुंबई | महाराष्ट्र में हिंदी और मराठी भाषा को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। मीरा रोड से शुरू हुआ यह विवाद अब नवी मुंबई तक पहुंच गया है। ताज़ा मामला वाशी क्षेत्र से सामने आया है, जहां एक छात्र को महज इस वजह से पीट दिया गया क्योंकि उसने व्हाट्सएप ग्रुप में मराठी भाषा में बात नहीं की थी। पुलिस के अनुसार, यह घटना एक शैक्षणिक संस्था के छात्रों के बीच बने एक व्हाट्सएप ग्रुप में हुई बातचीत के बाद सामने आई। ग्रुप में कुछ छात्रों द्वारा मराठी भाषा में संवाद करने पर जोर दिया गया था, लेकिन जब पीड़ित छात्र ने मराठी की बजाय हिंदी या अंग्रेजी में संवाद किया, तो बात इतनी बढ़ गई कि मामला हाथापाई तक पहुंच गया।
भाषा को लेकर चार छात्रों पर मामला दर्ज, वाशी पुलिस ने इस घटना में शामिल चार छात्रों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इनमें से एक छात्र को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। गिरफ्तार छात्र पर अपने सहपाठी पर जानबूझकर हमला करने और धमकाने का आरोप है।
वाशी पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक ने बताया, “हमने चार छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि पीड़ित छात्र को मराठी में बात न करने पर टारगेट किया गया। जांच अभी जारी है और अन्य आरोपियों की भी तलाश की जा रही है।”
इस घटना ने एक बार फिर भाषा को लेकर बढ़ते असहिष्णुता के माहौल पर सवाल खड़े कर दिए हैं। छात्र समुदाय, अभिभावकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं में चिंता की लहर है कि भाषा की विविधता को लेकर इस प्रकार की घटनाएं राज्य के सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुँचा सकती हैं।
शिक्षा विभाग की चुप्पी पर सवाल? वहीं शिक्षा विभाग की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, जिससे लोगों में नाराजगी देखी जा रही है। जहां एक ओर महाराष्ट्र की सांस्कृतिक पहचान में मराठी भाषा का महत्वपूर्ण स्थान है, वहीं दूसरी ओर हिंदी, अंग्रेजी और अन्य भाषाओं का सम्मान भी उतना ही जरूरी है। भाषाई विविधता भारत की पहचान है, और छात्रों को ऐसी घटनाओं से दूर रखकर सौहार्द और समरसता की भावना को बढ़ावा देना चाहिए।




