
राष्ट्रीय समाचार एजेंसियों के अनुसार, भारत निर्वाचन आयोग (ECI) जल्द ही पूरे देश में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के लिए एक विस्तृत कार्यक्रम की घोषणा करेगा। यह कदम बिहार में इसी तरह के अभियान के सफल समापन के बाद आया है, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि मतदाता सूची सटीक और अद्यतन रहे, जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया की अखंडता के लिए महत्वपूर्ण है।
देशव्यापी मतदाता सूची अपडेट: मुख्य बिंदु : ECI ने 24 जून को एक आदेश जारी किया था जिसमें देश भर में SIR अभियान चलाने के अपने इरादे को रेखांकित किया गया था। आयोग ने दोहराया कि मतदाता सूची को सही बनाए रखना उसका संवैधानिक कर्तव्य है, और यह अभियान इसी प्रतिबद्धता का हिस्सा है।
आदेश में कहा गया है, “आयोग ने अब मतदाता सूची की अखंडता की रक्षा के लिए अपने संवैधानिक जनादेश के निर्वहन के लिए पूरे देश में विशेष गहन संशोधन शुरू करने का फैसला किया है, देश के बाकी हिस्सों में SIR का कार्यक्रम नियत समय में जारी किया जाएगा।”
इसका तात्पर्य है कि मतदाताओं को जल्द ही अपने संबंधित क्षेत्रों में मतदाता सूची अद्यतन प्रक्रिया की समय-सारिणी के बारे में पता चल जाएगा, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि आगामी चुनावों में कोई विसंगति न हो।
संसद में SIR पर गतिरोध : ECI के देशव्यापी SIR अभियान की घोषणा के बावजूद, संसद में इस मुद्दे पर लगातार पांचवें दिन भी हंगामा जारी रहा। शुक्रवार को बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) से संबंधित चर्चाओं के कारण लोकसभा और राज्यसभा दोनों में कार्यवाही बाधित हुई।
इससे पहले गुरुवार को भी विपक्ष ने संसद में जोरदार हंगामा किया था। मानसून सत्र, जो 21 जुलाई को शुरू हुआ था, अपने पहले दिन से ही दोनों सदनों में विपक्षी विरोधों से जूझ रहा है, जिससे विधायी कामकाज में बाधा आ रही है।
SIR पर चल रहे संसदीय गतिरोध के बावजूद, चुनाव आयोग अपने संवैधानिक कर्तव्य को पूरा करने और देश भर में मतदाता सूची को अद्यतन करने के लिए प्रतिबद्ध है।



