
सीएम राहत फंड लोन एजेंट बनकर रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देने वाला व्यक्ति गिरफ्तार
मुंबई : मरीन ड्राइव पुलिस ने एक ऐसे शातिर ठग को गिरफ्तार किया है, जिसने ‘मुख्यमंत्री राहत कोष’ के तहत 10 लाख रुपये का लोन दिलाने और वंदे भारत ट्रेन में नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक दंपत्ति से 8.85 लाख रुपये ऐंठ लिए। गिरफ्तार आरोपी की पहचान चेंबूर निवासी समीर प्रकाश चुंदमुंगे के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक चुंदमुंगे दक्षिण मुंबई स्थित मंत्रालय और एमएलए हॉस्टल के आसपास अक्सर घूमकर संभावित शिकार की तलाश करता था। कैसे रचा ठगी का जाल? लगभग दो साल पहले चुंदमुंगे की कालाचौकी के अभ्युदय नगर निवासी शेल्के दंपत्ति से जान-पहचान हुई।
आरोपी ने उन्हें सीएम रिलीफ फंड से 10 लाख रुपये का लोन दिलाने का वादा किया।
इसके लिए उसने एमएलए हॉस्टल कैंटीन में बुलाकर शुरुआती किस्त के तौर पर 50,000 रुपये लिए। बाद में उसने शेल्के दंपत्ति के भतीजे को वंदे भारत ट्रेन में टिकट चेकर (टीसी) की नौकरी दिलाने का झूठा वादा किया और कुल 8.85 लाख रुपये वसूल लिए।ठगी का खुलासा जब न तो लोन मिला और न ही नौकरी, तब पीड़ितों को ठगी का एहसास हुआ और उन्होंने मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के आधार पर पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया।
पुलिस जांच में खुलासे अब तक 20 से 25 लोगों से धोखाधड़ी किए जाने का अंदेशा। कुल ठगी की रकम लगभग ₹8.82 लाख सामने आई। यह ठगी अप्रैल 2023 से जारी थी। आरोपी को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 29 सितंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस का मानना है कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, और भी पीड़ित सामने आ सकते हैं।




