
टेंभुर्णी (सोलापूर): हॉटेल 7777 के मालिक ने मैनेजर को नंगा करके पीटा, वायरल वीडियो के बाद गिरफ्तार
सोलापूर जिले के टेंभुर्णी में एक होटल में हुए अमानवीय अत्याचार का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पूरे जिले में आक्रोश की लहर दौड़ गई है। मीडिया कवरेज के बाद आखिरकार टेंभुर्णी पुलिस ने आरोपी होटल मालिक लखन हरिदास माने के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना करीब तीन महीने पुरानी है, लेकिन पुराने वीडियो के वायरल होने से अब कार्रवाई हुई है।
घटना का पूरा विवरण
सोलापूर-पुणे राष्ट्रीय महामार्ग पर स्थित टेंभुर्णी के होटल 7777 में यह शर्मनाक घटना घटी। होटल मालिक लखन माने ने अपने ही मैनेजर निवासी नखाते (या नकाते) को सभी कर्मचारियों के सामने नंगा करके लोहे की पाइप से बेरहमी से पीटा। पीड़ित मैनेजर ने पुलिस को बताया कि लखन माने ने उसे नौकरी छोड़ने से रोकने के लिए धमकी दी, शादी का बहाना बनाकर बुलाया और फिर मारपीट की। इतना ही नहीं, उन्होंने पीड़ित के जेब से पैसे भी निकाल लिए। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद ही मामला सामने आया।
लखन माने ने खुद फेसबुक पर इस वीडियो को पोस्ट कर सफाई दी थी। उन्होंने दावा किया कि मैनेजर की गलती के कारण सजा दी गई थी और वीडियो को गलत तरीके से वायरल किया गया। लेकिन पुलिस जांच में यह सामने आया कि यह पूरी तरह अमानवीय और धमकीपूर्ण था। पीड़ित ने बताया कि माने की धौंस के कारण वह अभी भी उसी होटल में काम कर रहा है और डर के मारे पहले शिकायत नहीं की।
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारी एबीपी माजा की खबर के बाद पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया। पीड़ित निवासी नखाते के बयान पर टेंभुर्णी पुलिस स्टेशन में आठ अलग-अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। इनमें जान से मारने की कोशिश, दहशत फैलाना, मारपीट और अन्य अपराध शामिल हैं। पुलिस ने होटल से लखन माने को हिरासत में लिया और गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस इंस्पेक्टर नारायण पवार ने कहा, “कर्मचारियों पर दहशत फैलाने के लिए की गई इस अमानवीय पिटाई के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिले में कानून-व्यवस्था बिगड़ने नहीं दी जाएगी।” यह घटना सोलापूर जिले में श्रमिकों के शोषण और मालिकों की मनमानी को उजागर करती है, जिससे स्थानीय स्तर पर गुस्सा भरा पड़ा है। यह मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है, और आगे की जांच जारी है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने न केवल आरोपी को बेनकाब किया, बल्कि मीडिया और पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया का भी उदाहरण पेश किया।




