नवी मुंबईहोम

16 लाख के गहनों से भरा बैग लौटाया

ऑटो चालक की ईमानदारी ने जीता दिल

नवी मुंबई: ऑटो चालक की ईमानदारी ने जीता दिल, 16 लाख के गहनों से भरा बैग लौटाया

नवी मुंबई, ईमानदारी आज भी जिंदा है – इसका जीता-जागता सबूत पेश किया नवी मुंबई के एक ऑटो रिक्शा चालक ने। एक महिला यात्री ने सेक्टर-17, वाशी से नेरुल जा रहे ऑटो में अपने हाथ का बैग भूल गई, जिसमें करीब 16 लाख रुपये के सोने-चांदी के गहने और कुछ नकदी थी। लेकिन ऑटो चालक ने न सिर्फ बैग सुरक्षित रखा, बल्कि तुरंत महिला तक पहुँचाकर लौटा दिया।

महिला यात्री का नाम रेखा शर्मा (बदला हुआ नाम) बताया जा रहा है। वे शादी की खरीदारी करके लौट रही थीं। नेरुल पहुँचकर जैसे ही ऑटो से उतरीं, बैग ऑटो की सीट पर ही रह गया। कुछ देर बाद जब उन्हें याद आया तो घबराहट में पुलिस स्टेशन जाने की तैयारी करने लगीं।

इधर, ऑटो चालक संजय पाटिल (42) ने जब बैग देखा तो उसे खोलकर चेक किया। बैग में सोने की चूड़ियाँ, हार, झुमके, अंगूठियाँ और कुछ नकद रुपये थे। संजय ने तुरंत अपने साथी ड्राइवरों से पूछताछ की और महिला का पता लगाया। करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद वे खुद महिला के घर पहुँचे और बैग लौटा दिया। संजय पाटिल ने मीडिया से बातचीत में कहा,
“जब बैग देखा तो समझ गया कि किसी की शादी या कोई खास मौका होगा। मैंने सोचा – अगर मैंने रख लिया तो ठीक है, पैसा आ जाएगा, लेकिन उस बहन-बेटी की खुशी चली जाएगी, उसकी आँखों से आंसू नहीं देख सकता। मेरे दो बच्चे हैं, मुझे पता है कि माँ-बाप के गहने खो जाएँ तो कितना दुख होता है।” महिला और उनके परिवार ने संजय का शुक्रिया अदा किया और उन्हें इनाम भी देना चाहा, लेकिन संजय ने विनम्रता से मना कर दिया। उन्होंने सिर्फ इतना कहा, “मेरे माँ-बाप ने सिखाया है – जो दूसरा का है, वह दूसरा का ही है।” इस घटना का वीडियो महिला के परिजनों ने सोशल मीडिया पर डाला जो अब तेजी से वायरल हो रहा है। हजारों लोग संजय पाटिल की तारीफ कर रहे हैं और लिख रहे हैं – “ईमानदारी की असली मिसाल”। कई लोगों ने मांग की है कि नवी मुंबई पुलिस और प्रशासन ऐसे ईमानदार नागरिक को सम्मानित करे।

सच्चाई की यह छोटी-सी घटना आज के दौर में एक बड़ा संदेश दे रही है – इंसानियत अभी बाकी है।

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