
जागरुक मुंबई न्यूज : कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को मंगलवार को लखनऊ की एक विशेष अदालत ने 2022 में कथित मानहानिपूर्ण टिप्पणी के मामले में जमानत दे दी। यह मामला राहुल गांधी द्वारा ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान भारतीय सेना को लेकर की गई कथित टिप्पणी से जुड़ा है।
🔹 क्या है मामला? : 2022 में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने अरुणाचल प्रदेश में चीनी सेना और भारतीय सेना के बीच झड़प का जिक्र करते हुए कथित तौर पर कहा था कि
> “लोग भारत जोड़ो यात्रा के मुद्दों पर सवाल करते हैं, लेकिन जब हमारे सैनिकों को चीनी सैनिक पीटते हैं, तब कोई सवाल नहीं उठाता।”
पूर्व सीमा सड़क संगठन के निदेशक उदय शंकर श्रीवास्तव ने इस बयान को सेना की मानहानि मानते हुए मानहानि की शिकायत दर्ज कराई थी। उनका कहना है कि यह बयान उन्हें भावनात्मक रूप से आहत करता है और यह सेना के मनोबल को ठेस पहुंचाता है।
🔹 कोर्ट की कार्रवाई अदालत ने राहुल गांधी को 20,000 रुपये के निजी मुचलके और दो जमानतदारों पर जमानत दे दी।
गांधी को न्यायाधीश के कक्ष में ले जाकर औपचारिकताएं पूरी की गईं। इससे पहले राहुल गांधी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में राहत की मांग की थी, लेकिन उन्हें वहां से कोई राहत नहीं मिली।
🔹 अगली सुनवाई और राजनीतिक पृष्ठभूमि : राहुल गांधी के वकील प्रांशु अग्रवाल ने कहा कि उनके मुवक्किल न्याय प्रक्रिया का सम्मान करते हैं और पेशी में पूरा सहयोग देंगे। इस बीच, बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि
> “कांग्रेस चुनाव आयोग और सेना जैसी संस्थाओं को तभी मानती है जब उसके पक्ष में फैसला आता है।”
राहुल गांधी इस पेशी के बाद दिल्ली रवाना हो गए हैं, लेकिन वह जल्द ही अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली लौट सकते है । राजनीतिक बयानों की जिम्मेदारी और सेना के सम्मान पर बढ़ती बहस के बीच, यह मामला अब राष्ट्र बनाम राजनीति की नई लड़ाई का प्रतीक बनता जा रहा है.




