
मुंबई सेशन कोर्ट में भ्रष्टाचार का काला चिट्ठा खुला क्लर्क 15 लाख रिश्वत लेते रंगे हाथों धराया, जज फरार, कोर्ट परिसर में मचा हड़कंप
मुंबई की विशेष भ्रष्टाचार निरोधक अदालत में उस वक्त सन्नाटा छा गया जब एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने दिंडोशी सेशन कोर्ट के एक सीनियर क्लर्क को 15 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। यह रिश्वत एक आपराधिक मामले में जमानत याचिका को जल्दी सुनवाई के लिए लिस्ट कराने और अनुकूल आदेश दिलाने के लिए मांगी गई थी।
ACB सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार क्लर्क का नाम सुनील रमेश पवार (उम्र 48) है, जो दिंडोशी कोर्ट के सेशन जज की बेंच में तैनात था। पवार को मुख्य आरोपी बताया जा रहा है, लेकिन सबसे बड़ा झटका तब लगा जब जांच में सामने आया कि पूरी डील की मास्टरमाइंड खुद उसी बेंच की महिला सेशन जज थीं। जज का नाम अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन ACB ने उन्हें मुख्य आरोपी नंबर-1 घोषित करते हुए फरार घोषित कर दिया है।
कैसे हुआ खुलासा? शिकायतकर्ता एक निजी बिल्डर था, जिसके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस चल रहा था।
जमानत याचिका महीनों से लटकी हुई थी। क्लर्क पवार ने बिल्डर के वकील से संपर्क कर कहा, “मैडम से बात हो गई है, 20 लाख में काम हो जाएगा। ”डील 15 लाख में पक्की हुई – 5 लाख एडवांस, बाकी आदेश के बाद। जैसे ही क्लर्क ने कोर्ट के बाहर पार्किंग में 15 लाख रुपये की थैली ली, ACB की टीम ने छापा मार दिया।
जज के घर पर दबिश, भागीं बैकडोर से ACB की टीम उसी शाम जज के आधिकारिक बंगले पर पहुंची, लेकिन वहां ताला लगा था। पड़ोसियों ने बताया कि दोपहर में एक सफेद स्कॉर्पियो गाड़ी आई थी और जज सामान लेकर बैकडोर से निकल गईं। उनका मोबाइल फोन स्विच ऑफ है। ACB ने जज के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी करने की तैयारी कर ली है। अब तक की सबसे शर्मनाक घटना : मुंबई बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट संजय जाधव ने कहा,
“यह न सिर्फ भ्रष्टाचार है, बल्कि न्यायपालिका की आत्मा पर हमला है। अगर जज ही बिकने लगे तो आम आदमी कहां जाएगा?”
ACB का बयान : ACB के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त मिलिंद भारंबे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,
“यह हमारी अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। हमने जज के बैंक लॉकर और फ्लैट पर भी छापे मारे हैं। जल्द ही और खुलासे होंगे।”
क्लर्क सुनील पवार को आज विशेष अदालत में पेश किया जाएगा। वहीं फरार जज की तलाश में मुंबई-पुणे हाईवे, एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशनों पर नाकाबंदी कर दी गई है।




