विधानसभा में ‘चड्डी-बनियान गैंग’ पर आदित्य ठाकरे का हमला,
आदित्य ठाकरे ने मुंबई में बढ़ते अपराधों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को अब "चड्डी-बनियान गैंग" के खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए।

मुंबई: विधानसभा में ‘चड्डी-बनियान गैंग’ पर आदित्य ठाकरे का हमला, सदन में मचा बवाल
मुंबई में सोमवार को विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर जबरदस्त बहस देखने को मिली। इस दौरान शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट) के युवा विधायक आदित्य ठाकरे ने मुंबई में बढ़ते अपराधों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को अब “चड्डी-बनियान गैंग” के खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए।
आदित्य ठाकरे का बयान: आदित्य ठाकरे ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा:
> “अब मुख्यमंत्री को यह दिखाना होगा कि शासन क्या होता है और यह आम जनता के लिए कैसे काम करता है।
उनका इशारा मुंबई और उपनगरों में हाल ही में बढ़े चोरी और डकैती की घटनाओं की ओर था, जिनमें “चड्डी-बनियान गैंग” का हाथ बताया जा रहा है।
निलेश राणे ने जताई आपत्ति: आदित्य के इस बयान पर बीजेपी विधायक निलेश राणे ने कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि इस तरह के शब्द सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाते हैं। दोनों पक्षों के नेताओं के बीच जोरदार शब्दों की झड़प हुई और सदन में माहौल तनावपूर्ण हो गया।
विधान परिषद में अनिल परब की मांग: इस मुद्दे की गूंज विधान परिषद तक पहुंची, जहां शिवसेना (उद्धव गुट) के वरिष्ठ नेता अनिल परब ने इसे जोरदार तरीके से उठाया। उन्होंने हाल ही में सामने आए “नोट कांड” की भी चर्चा की और मांग की कि इसकी जांच एसआईटी (Special Investigation Team) से करवाई जाए।
क्या है “नोट कांड”? “नोट कांड” एक कथित भ्रष्टाचार या जब्ती से जुड़ा मामला है जिसमें अधिकारियों पर रिश्वत या अवैध रूप से बड़ी मात्रा में नकदी रखने के आरोप हैं। अनिल परब का आरोप है कि इस मामले में निष्पक्ष जांच नहीं हो रही है।
विधानसभा में इस मुद्दे पर जमकर राजनीतिक गर्मागर्मी हुई। उद्धव गुट सरकार पर अपराध रोकने में नाकामी का आरोप लगा रहा है, जबकि भाजपा और सहयोगी दलों ने आदित्य ठाकरे के बयान को गैर-जिम्मेदाराना बताया। यह मामला आने वाले दिनों में और तूल पकड़ सकता है।




