
🔴 बड़ी खबर: पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों को नौसैनिक जानकारी लीक करने के आरोप में इंजीनियर गिरफ्तार 🔴
मुंबई: महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने एक चौंकाने वाले खुलासे में मुंबई की एक निजी रक्षा फर्म में कार्यरत 27 वर्षीय जूनियर सर्विस इंजीनियर रवि मुरलीधर वर्मा को गिरफ्तार किया है। वर्मा पर आरोप है कि उसने पाकिस्तानी खुफिया ऑपरेटरों (PIO) को भारतीय नौसेना के 14 युद्धपोतों से जुड़ी संवेदनशील और प्रतिबंधित जानकारी लीक की।
एटीएस जांच में सामने आया कि वर्मा सोशल मीडिया के ज़रिए “प्रीति जायसवाल” नाम की एक पहचान से जुड़े व्यक्ति के संपर्क में आया, जो वास्तव में एक पाकिस्तानी हैंडलर था। वर्मा ने “अकृति कॉलेज फ्रेंड” नाम से सेव इस संपर्क के साथ व्हाट्सऐप पर संवाद, तस्वीरें, ऑडियो-वीडियो फाइलें और वॉइस मैसेज साझा किए।
📌 मुख्य बिंदु:
14 नौसैनिक युद्धपोतों की जानकारी लीक, जिनमें से 5 की पुष्टि “प्रतिबंधित जानकारी” के तौर पर हुई।
12 मार्च, 2025 को वर्मा ने एक नोटबुक में जहाजों के नाम और स्थान दर्ज किए और उसकी तस्वीर PIO को भेजी।
वर्मा ने स्वीकार किया कि वह “प्रीति जायसवाल” के साथ ऑनलाइन रोमांटिक रिश्ता विकसित कर चुका था।
संवादों में “सर” नामक एक और अज्ञात विदेशी हैंडलर की भूमिका सामने आई है।
वर्मा को क्रास्नी डिफेंस टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड ने नियुक्त किया था, जो रक्षा प्रतिष्ठानों के लिए जहाज मरम्मत का कार्य करती है।
वर्मा अक्सर महाराष्ट्र और अन्य राज्यों के प्रतिबंधित नौसैनिक ठिकानों पर तैनात रहता था।
व्हाट्सऐप फोरेंसिक जांच में चार संदिग्ध नंबरों से संपर्क होने की पुष्टि हुई।
⚖️ कानूनी कार्यवाही:
वर्मा, “प्रीति जायसवाल” और “सर” के खिलाफ आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम, 1923 की धारा 3(1)(बी) और 5(ए), तथा भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 61(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
एटीएस ब्लैकमेल या भावनात्मक फसाया गया है जैसे कोणों की भी जांच कर रही है।
🔍 क्या था वॉयस मैसेज में:
> “सर कुच ने जवाब दिया नहीं दे रहा, उंका नेट शैद से बैंड है… साड़ी मीन डायरी में कारके तुमको किया की है…”
यह संदेश वर्मा की स्पष्ट स्वीकारोक्ति है कि उसने जहाजों का निरीक्षण कर सारी जानकारी डायरी में दर्ज की और हैंडलर को भेज दी।
यह मामला न केवल भारत की सामरिक सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा उजागर करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे सोशल मीडिया के ज़रिए दुश्मन देश हमारे रक्षा ढांचे को निशाना बना सकते हैं।
👉 देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई ज़रूरी है।