शिवसेना नेता अशोक धोदी हत्याकांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार
पालघर में शिवसेना नेता अशोक धोदी हत्याकांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, रच रहा था पांच महीने से फरारी

पालघर/सिलवासा,
पालघर में शिवसेना नेता अशोक धोदी के अपहरण और हत्या के सनसनीखेज मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। इस मामले में मुख्य आरोपी और मृतक का सगा भाई अविनाश रमन धोदी (60) को पुलिस ने रविवार को दादरा और नगर हवेली के सिलवासा स्थित मोरखाल इलाके से गिरफ्तार कर लिया। वह पिछले पांच महीनों से फरार चल रहा था।
गुप्त सूचना पर हुई गिरफ्तारी
पालघर के पुलिस अधीक्षक यतीश देशमुख ने बताया कि विशेष गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने तड़के सुबह मोरखाल इलाके में दबिश दी और अविनाश धोदी को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले, इस मामले में जनवरी 2025 में दर्ज एफआईआर के बाद पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
संपत्ति विवाद बना हत्या की वजह
पुलिस के अनुसार, आरोपी अविनाश धोदी अपने भाई अशोक धोदी से संपत्ति के विवाद को लेकर नाराज़ था। अशोक ने वेवजी ग्राम पंचायत में एक आवेदन देकर अविनाश का घर का पट्टा रद्द करवाया था, जिससे अविनाश को अपना घर छोड़ना पड़ा। इसी रंजिश में उसने हत्या की साजिश रची।
19 जनवरी को हुआ था अपहरण, शव मिला था खदान से
19 जनवरी 2025 को अशोक धोदी दहानु से अपने घर लौट रहे थे, तभी वेवजी घाट पर अविनाश और उसके साथियों ने उनकी कार को रोककर उनका अपहरण कर लिया। इसके बाद उन्होंने अशोक की बेरहमी से हत्या कर दी और शव को उनकी कार सहित गुजरात के सरिगम वाडियापाड़ा इलाके की पानी से भरी एक खदान में फेंक दिया।
कुछ दिनों की खोजबीन के बाद पुलिस को अशोक की लावारिस कार खदान में मिली, जिससे पूरे मामले की परतें खुलती गईं।
धारा 103 के तहत हत्या का मामला दर्ज
घोलवाड़ पुलिस स्टेशन में इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 103 (हत्या), 238A (अपहरण), 140 (1) व (3) (फिरौती हेतु अपहरण), और 351 (2) (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया था।
देशभर में चल रही थी तलाश
एसपी यतीश देशमुख ने बताया कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया था, जिसने घोलवाड़, उमरगांव, वापी (गुजरात), दीव-दमन, सिलवासा, इंदौर और राजस्थान जैसे राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में दबिश दी। अब तक छह आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि तीन अब भी फरार हैं और उनकी तलाश जारी है।
मुख्यमंत्री ने जताया रोष
इस हत्याकांड को लेकर राजनीतिक गलियारों में भी हलचल है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राज्य में कानून का राज कायम रहेगा और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।