
ठाकरे बंधुओं का ऐतिहासिक पुनर्मिलन आज वर्ली में, मराठी एकता को लेकर संयुक्त रैली
मुंबई, 5 जुलाई 2025:
मुंबई आज एक ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने जा रही है, जब लगभग दो दशकों बाद शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) प्रमुख राज ठाकरे एक मंच पर दिखाई देंगे। ‘मराठी विजय मेलावा’ नामक यह संयुक्त रैली शनिवार को वर्ली के एस.वी.पी. स्टेडियम (एनएससीआई डोम) में आयोजित की गई है।
यह रैली राज्य सरकार द्वारा स्कूलों में हिंदी को तीसरी अनिवार्य भाषा बनाने के विवादास्पद निर्णय के विरोध में आयोजित की जा रही है, जिसे भारी जनविरोध के बाद सरकार को वापस लेना पड़ा था। मराठी अस्मिता और भाषा की प्रतिष्ठा को लेकर इस रैली को ‘मराठी विजय दिवस’ के रूप में प्रचारित किया गया है।
ट्रैफिक पर असर: विशेष सलाह जारी
मुंबई ट्रैफिक पुलिस ने नागरिकों की सुविधा के लिए विशेष ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है। पुलिस ने जानकारी दी कि शनिवार सुबह 10:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक वर्ली डोम क्षेत्र में ट्रैफिक पर असर पड़ेगा। नागरिकों से अपील की गई है कि वे अपनी यात्रा की योजना उसी अनुसार बनाएं और वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें।
मराठी एकता का संदेश : राजनीतिक जानकारों के अनुसार, यह रैली न केवल भाषा के मुद्दे पर एकजुटता दिखाने का मंच है, बल्कि ठाकरे परिवार की दो अलग-अलग राजनीतिक धाराओं के बीच एक नए समीकरण की भी शुरुआत हो सकती है। वर्षों पहले शिवसेना से अलग होकर एमएनएस की स्थापना करने वाले राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे का यह मिलन मराठी राजनीति में नए समीकरण गढ़ सकता है।
नज़रें आज वर्ली पर राजनीतिक पर्यवेक्षकों, मराठी समर्थकों और आम नागरिकों की निगाहें आज वर्ली पर टिकी हुई हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस रैली के माध्यम से मराठी राजनीति को किस दिशा में नया मोड़ मिलता है।